सोमवार, 14 जनवरी 2013

मातृभूमि,,,




मातृभूमि के अमर सपूतो,
अब  ना  तुम  विलंब करो !

भारत माँ  के सरहद पर,
शत्रु  का तुम हनन करो !!

जनजन की आवाज यही,
भारत को  आज बचाएगें !

हिंदू,मुसलिम,सिक्ख,इसाई,
सबको प्रेम का पाठ पढ़ाएगें!!

नई एकता की सोच को लेकर,
भारत  का  नव  निर्माण करो!

प्रकृति ने एक संकेत दिया है,

देश  का  नया  उत्थान करो!!

निज जीवन में खून तुम्हारा,
अर्पण  यह  बलिदान बनेगा!

मातृभूमि की जय जयकार,
सारा   हिन्दुस्तान   करेगा !!


 
dheerendra, bhadauriya   

50 टिप्‍पणियां:

  1. भाई जी ..समय की पुकार ......
    जय हिन्द !

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  2. आपकी इस उत्कृष्ट पोस्ट की चर्चा बुधवार (16-01-13) के चर्चा मंच पर भी है | जरूर पधारें |
    सूचनार्थ |

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  3. ओजस्वी रचना के लिए बधाई!
    मकरसंक्रान्ति की शौभकामनाएँ।

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  4. देश भक्तिपूर्ण उम्दा रचना |कविता बहुत अच्छी लगी धीरेन्द्र जी |
    आशा

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  5. सर्वप्रथम उन शहीदों को शत शत नमन!

    रचना अति सुन्दर, जगाता भाव हमारे अन्दर

    देश के खातिर मर मिट जाओ, प्रेम की गंगा बहाओ

    रहे वतन में ही नहीं, वरन विश्व में शान्ति -अमन

    शुक्रिया एवं बहुत बहुत बधाई .......

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  6. जोश खरोश शुभ भावना ,शुभ संकल्पों की रचना है यह .बधाई .निश्चय ही सरकार की हर स्तर पर असफलता लोगों को एक जगह पे ले आई है .

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  7. देशभक्ति की भावना लिए बहुत ही बेहतरीन रचना...
    :-)

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  8. स्वामी जी की सीख प्रभु, कर दे सबको बाध्य ।

    सर्वोपरि हो देश हित, मातृभूमि आराध्य ।
    मातृभूमि आराध्य, धर्म से ऊपर दर्जा ।

    जाति-पंथ की बात, करेगी अब नहिं परजा ।

    कहें विवेकानंद, भरो तुम सारे हामी ।

    जीवन भर आनंद, कहे कब का यह स्वामी ।।

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  9. 26 जनवरी आने ही वाली है। देशभक्त रचना के लिए बधाई।

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  10. हिंदू,मुसलिम,सिक्ख,इसाई,
    सबको प्रेम का पाठ पढ़ाएगें!!
    padhna kaun chahata hai ? sirf ladana ...

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  11. मातृभूमि की रक्षा में वीर सपूत लगे हुये हैं ... पर वीर सपूतों के लिए हम और हमारी सरकार क्या कर रही है ...

    सुंदर प्रस्तुति

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  12. समय की पुकार, सेना दिवस पर अपने वर सैनिकों को सलाम !

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  13. निज जीवन में खून तुम्हारा,
    अर्पण यह बलिदान बनेगा!
    मातृभूमि की जय जयकार,
    सारा हिन्दुस्तान करेगा !!
    बहुत खूबसूरत पंक्तियाँ . सुंदर प्रस्तुति
    वाह .बहुत सुन्दर

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  14. उम्दा प्रस्तुति ...सेना दिवस पर शहीदों और वीर सैनिकों को नमन

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  15. भारत माँ के सरहद पर,
    शत्रु का तुम हनन करो ..

    आमीन ... ये तो कल ही होना था ... पर अगर आज भी तो अच्छा है ...
    पर अब हो जाना चाहिए ...

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  16. वाह ... बहुत ही बढिया। .सेना दिवस पर शहीदों और वीर सैनिकों को नमन

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  17. देशभक्ति से ओतप्रोत बहुत ही उत्कृष्ट रचना।

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  18. नई एकता की सोच को लेकर,
    भारत का नव निर्माण करो!

    सार्थक रचना !!

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  19. सुंदर सार्थक भाव लिए प्रेरणात्मक रचना.....

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  20. नई एकता की सोच को लेकर,
    भारत का नव निर्माण करो!

    प्रकृति ने एक संकेत दिया है,
    देश का नया उत्थान करो!!

    देश प्रेम को समर्पित सुंदर रचना............

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  21. ....यह हमारे नेताओं को सोचना है कि वे हमारे देश की प्रतिष्ठा कैसे बचाते हैं ?

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  22. Desh bhakti se aout-prout sumdar Rachna ...Badhai sweekar kare..

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  23. सार्थक भाव, सुंदर रचना, देशभक्ति से ओतप्रोत प्रस्तुति .****^^^^****नई एकता की सोच को लेकर,
    भारत का नव निर्माण करो!

    प्रकृति ने एक संकेत दिया है,
    देश का नया उत्थान करो!!

    निज जीवन में खून तुम्हारा,
    अर्पण यह बलिदान बनेगा!

    मातृभूमि की जय जयकार,
    सारा हिन्दुस्तान करेगा !!

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  24. देशप्रेम से प्रेरित
    सच्ची पुकार है यह ....

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  25. देश प्रेम को समर्पित शानदार रचना सर हार्दिक बधाई

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  26. निज जीवन में खून तुम्हारा,
    अर्पण यह बलिदान बनेगा!

    मातृभूमि की जय जयकार,
    सारा हिन्दुस्तान करेगा !!

    देश प्रेम को समर्पित रचना हार्दिक बधाई

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  27. lahhu ab akheno mai akar jam gaya hai.........or pani ab sar ke upar chad gaya hai.
    bahut achhi rachna hai....


    Dharmendra Singh

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  28. सेना का वश चल कहां पाता है मान्यवर!

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  29. नई एकता की सोच को लेकर,
    भारत का नव निर्माण करो!

    देशभक्ति से ओतप्रोत .....सार्थक रचना !!

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  30. बहुत सुंदर लेख ,,, बहुत बहुत बधाई, शुभकामनाऐ

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  31. धीरेन्द्र जी, राष्ट्रप्रेम से ओत प्रोत सुंदर कविता के लिए बधाई !

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  32. नई एकता की सोच को लेकर,
    भारत का नव निर्माण करो!

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  33. नई एकता की सोच को लेकर,
    भारत का नव निर्माण करो!

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  34. बढ़िया और सामयिक रचना .....आप भी पधारो स्वागत है ...http://pankajkrsah.blogspot.com

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  35. शानदार रचना | आज ही जोधपुर से १५ दिनों बाद आना हुआ इन पन्द्रह दिनों में ब्लॉग पठन से दूर रहना काफी खला !!

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आपकी टिप्पणियाँ मेरे लिए अनमोल है...अगर आप टिप्पणी देगे,तो निश्चित रूप से आपके पोस्ट पर आकर जबाब दूगाँ,,,,आभार,